गाँव भीनमाल समदरियो हिलोरा ले,
ए मोतीडा चुगता,
हंसा ने निरखन चालो सा,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
सावन बरसे भादवो बरसेे,
चमके बिजलीया री आर,
खिमज माता भीनमाल,
सोलंकीयो री कुलदेवी माँ,
आया मे दर्शन ने,
सुख पाया मारी माँ,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
अरे ऊंचे भाकर आप बिराजे,
कुलदेवी मारी माँ,
अरे दिन दुखी रा कारज सारे,
खिमज मारी माँ,
अरे पैदल पैदल,
बालोतरा सु आया माँ,
थारे रे देवलिए मे तो,
नाचा मारी माँ,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
अरे ढोल नगाडा बाजे माँ,
थारा मंदिर माई माँ,
आरतीया री वेला,
वेगा आवो खिमज माँ,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
लाडू चाढू चुरमो,
लिलोडा नारेल,
धूपा री थे वेला आवो,
खिमज मारी माँ,
टाबरीया दर्शन ने ऊबा,
थारोडे दरबार माँ,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
लाल चुनडीया लाया मेतो,
ओडो खिमज मात,
थारी तो ध्वजा माँ,
असमान उडे माँ,
त्रिशूल री आ शोभा,
प्यारी लागे मारी माँ,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
ए श्याम पालीवाल थारी,
महिमा गावे माँ,
चरणो मे राखो खिमज मारी माँ,
सोलंकीया री आ,
कुलदेवी खिमज माँ,
महिमा मे थारी भायी कोई आज,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
गाँव भीनमाल समदरियो हिलोरा ले,
ए मोतीडा चुगता,
हंसा ने निरखन चालो सा,
मेन मारा सायबजी,
जावा दोनु जोडा सु,
भली बनाई जोड़ी,
आशीष मारी माँ।।
गायक – श्याम पालीवाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818