जबसे मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई,
भटका फिरा अंधेरो में,
भटका फिरा अंधेरो में,
राहें माँ मिल गई,
जबसें मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई।।
कैसे बताऊँ माँ तुझे,
क्या क्या नहीं किया,
अहसान ये तेरा माँ,
करता हूँ शुक्रिया,
सर पे फिराए हाथ जो,
सर पे फिराए हाथ जो,
बाहें वो मिल गई,
जबसें मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई।।
दर दर की खाई ठोकरे,
बे-मोल हो गया,
तेरी शरण में आ के माँ,
अनमोल हो गया,
मेरी ज़िंदगी की नाव माँ,
मेरी ज़िंदगी की नाव माँ,
अब तो सम्भल गई,
जबसें मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई।।
चरणों की धूल देके माँ,
अपना बना लिया,
हमने भी दिल में तेरा माँ,
मंदिर सजा लिया,
उजड़ा चमन था ‘श्याम’ का,
उजड़ा चमन था ‘श्याम’ का,
कली फिर से खिल गई,
जबसें मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई।।
जबसे मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई,
भटका फिरा अंधेरो में,
भटका फिरा अंधेरो में,
राहें माँ मिल गई,
जबसें मिली तू मावड़ी,
किस्मत बदल गई।।