मेरे मन की हर लो बाधा,
स्वामिनी श्री राधा।
बरसाने वाली तेरी महिमा न्यारी,
सबकी दुलारी मेरी प्यारी प्यारी,
श्री राधा, श्री राधा।
मेरे मन की हर लो बाधा,
स्वामिनी श्री राधा,
स्वामिनी श्री राधा,
स्वामिनी श्री राधा,
मेरे मन की हर लो वाधा,
स्वामिनी श्री राधा।।
मेरे भी तो भाग जगा दो,
एक झलक श्यामा दिखला दो,
नही मांगू मैं तुमसे ज़्यादा,
स्वामिनी श्री राधा,
मेरे मन की हर लो वाधा,
स्वामिनी श्री राधा।।
बलिहारी मैं जाऊँ नैनन की,
बलिहारी छटा पे मैं होती रहूं,
कभी भूलूँ ना मैं नाम तुम्हारा श्री जी,
चाहे जाग्रत स्वप्न में सोती रहूं,
श्री राधे ही राधे पुकारा करूँ,
नित आँखों से अश्रु मैं धोती रहूं,
ब्रज रानी तुम्हारे वियोग में मैं,
बस यूँ ही निरंतर गाती रहूं।।
किरपामई श्री राधा रानी,
किरपा तुम्हारी हमको पानी,
नही मांगू मैं तुमसे ज़्यादा
नही मांगू मैं तुमसे ज़्यादा,
स्वामिनी श्री राधा,
मेरे मन की हर लो वाधा,
स्वामिनी श्री राधा।।
साधन नही साधना हो तुम,
प्रेम से भरी प्रार्थना हो तुम,
हन हम गाएँ राधा राधा,
स्वामिनी श्री राधा,
मेरे मन की हर लो वाधा,
स्वामिनी श्री राधा।।
बरसाने वाली तेरी महिमा न्यारी,
सबकी दुलारी मेरी प्यारी प्यारी,
श्री राधा, श्री राधा।
मेरे मन की हर लो बाधा,
स्वामिनी श्री राधा,
स्वामिनी श्री राधा,
स्वामिनी श्री राधा,
मेरे मन की हर लो वाधा,
स्वामिनी श्री राधा।।
Singer – Krishna Priya Ji Mahraj
भजन बहुत अच्छा लगा एवं सुंदर लगा