गूँथी लायी रे मालन सेवरा,
मारा सतगुरु ताई रे,
गूँथी लाई रे मालन सेवरा।।
अरे सरवर पानी ने मै गई,
एक अचरज देखीयो रे,
एक कमल दोई पाकडी,
वटे मारो भंवर लूबायो रे,
गूँथी लाई रे मालन सेवरा।।
आवोनी पाँच सहेलीया,
शिव संतो रा चोला रे,
अरे केई सियाने केई सिवना,
गुरूजी रे अंग लिपटावो रे,
गूँथी लाई रे मालन सेवरा।।
आज धरव लागे धूँधलो,
गेरी-गेरी बिरखा बरसे रे,
अरे आया हरी रा हरीजन पोवना,
अरे डावोडी आँख फरूके रे,
गूँथी लाई रे मालन सेवरा।।
डोरी लागी रे निज नाम री,
मारा सतगुरु हाची रे,
अरे बाई अमना री विनती,
सतगुरु मापर राजी रे,
गूँथी लाई रे मालन सेवरा।।
गूँथी लायी रे मालन सेवरा,
मारा सतगुरु ताई रे,
गूँथी लाई रे मालन सेवरा।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818