हे गजानंद महाराज घर म्हारे,
बेगा आ जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ।।
सबसे पहले तुमको ध्याते,
गणनायक गणराज,
जल्दी आकर काम बनाते,
देवों के सरताज,
रिद्धि सिद्धि के दाता,
घर म्हारे बेगा आ जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ।।
मूसे की असवारी सोहे,
गणनायक महाराज,
रूप थारो मनड़ो मोहे,
भक्तों के भरतार,
भरी सभा में आके म्हारी,
लाज बचा जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ।।
हर कीर्तन को पहले आके,
सफल बनाते हो,
इसीलिए देवों में पहले,
पूजे जाते हो,
दुखियारे इस ‘राज’ को,
आशीष दे जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ।।
हे गजानंद महाराज घर म्हारे,
बेगा आ जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ,
थारे आया बात बणसी,
बेगा आ जाओ।।
– गायक एवं प्रेषक –
गिरधर महाराज
9300043737