तू लीले चढ़के आजा,
मेरे श्याम सांवरिया आजा,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी।।
थने न्यौता श्याम भिजवायो,
भक्ता दरबार सजायो,
फुला की लटके लड़ी लड़ी,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी,
तू लीले चढ़ कर आजा,
मेरे श्याम सांवरिया आजा,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी।।
थारे केसर तिलक लगावा,
चांदी का छतर चढ़ावा,
थारी लांबी लांबी मोरछड़ी,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी,
तू लीले चढ़ कर आजा,
मेरे श्याम सांवरिया आजा,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी।।
थारे छप्पन भोग लगायो,
सब भक्ता ने बुलवायो,
सारे भक्ता नाचे घड़ी घड़ी,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी,
तू लीले चढ़ कर आजा,
मेरे श्याम सांवरिया आजा,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी।।
तू लीले चढ़के आजा,
मेरे श्याम सांवरिया आजा,
तेरी बाट उड़िका घड़ी घड़ी।।
स्वर – कुमार विशु जी।