मैंने रटना लगाई रे,
राधा तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की,
श्री राधा तेरे नाम की,
किशोरी तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की।।
मेरी अलकों में राधा,
मेरी पलकों में राधा,
मैंने बिंदिया लगाई रे,
राधा तेरे नाम की,
श्री राधा तेरे नाम की,
किशोरी तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की।।
मेरी चुनरी में राधा,
मेरी दुलरी में राधा,
मैंने चूड़ी खनकाई रे,
राधा तेरे नाम की,
श्री राधा तेरे नाम की,
किशोरी तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की।।
मेरे नैनो राधा,
मेरे बैनो में राधा,
मैंने पायल छनकाई रे,
राधा तेरे नाम की,
श्री राधा तेरे नाम की,
किशोरी तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की।।
मेरे अंग अंग राधा,
मेरे संग संग राधा,
गोपाल बंसी बजाई रे,
राधा तेरे नाम की,
श्री राधा तेरे नाम की,
किशोरी तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की।।
मैंने रटना लगाई रे,
राधा तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की,
श्री राधा तेरे नाम की,
किशोरी तेरे नाम की,
मैंने मेहंदी लगाई रे,
राधा तेरे नाम की।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शेखर चौधरी।
मो – 9074110618