श्याम सजन मेरे श्याम सजन,
श्याम सजन मेरे श्याम सजन,
दर्शन को तेरे, तरसे नयन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन।।
तर्ज – बहुत प्यार करते है तुमको।
सपनों की दुनिया में मिलना हमारा,
बहुत हो गया अब दिल ने पुकारा,
खुली आँख देखूं लागि लगन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन।।
बंधन ये कैसा नज़र ही ना आवे,
किस डोर से तू हमको नचावे,
मुस्कान तेरी बनी अब चुभन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन।।
मैं तो कन्हैया प्रेम में अनाड़ी,
तुम हो कन्हैया प्रेम के खिलाडी,
मिलने का हमको बता दे जतन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन।।
तुम्हे ढूंढ पाना बस में नहीं है,
तुम्हारा ठिकाना एक तो नहीं है,
‘नंदू’ थका मैं कान्हा कर ले मिलन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन।।
श्याम सजन मेरे श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
दर्शन को तेरे, तरसे नयन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन,
श्याम सजन मेरें श्याम सजन।।
स्वर – नंदकिशोर जी शर्मा।
बहुत सुन्दर भजन