कर दे कृपा मेरे बाबा,
तेरा सुमिरन करूँ मैं,
ओ तेरा सुमिरन करूँ मैं,
दया करना मेरे बाबा,
तेरा कीर्तन करूँ मैं,
ओ तेरा कीर्तन करूँ मैं,
मैने देखा सारा जहाँ,
तुझसा नही कोई दानी,
भक्तों पे किरपा में,
तेरा नही कोई सानी,
तुझे देखूं तो यूँ लगता है,
जैसे तू मेरे साथ चलता है,
कर दे किरपा मेरे बाबा,
तेरा सुमिरन करूँ मैं,
ओ तेरा कीर्तन करूँ मैं।।
तर्ज – तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी।
साँवरिया तूने तो,
लाखों की किस्मत सँवारी,
अर्ज़ी ये चरणों में,
अब तो लगा मेरी बारी,
सारे जहाँ से मैं हार के आया,
तू ही सहारा बनके रहना,
कर दे किरपा मेरे बाबा,
तेरा सुमिरन करूँ मैं,
ओ तेरा कीर्तन करूँ मैं।।
खाटू में तू मुझको,
यूँ ही बुलाते रहना,
‘अर्थ’ कहे मान लो तुम,
बस इतना सा है कहना,
हर घड़ी हर पल संग रहे तू,
जीवन भर तू साथ चलना,
कर दे किरपा मेरे बाबा,
तेरा सुमिरन करूँ मैं,
ओ तेरा कीर्तन करूँ मैं।।
कर दे कृपा मेरे बाबा,
तेरा सुमिरन करूँ मैं,
दया करना मेरे बाबा,
तेरा कीर्तन करूँ मैं,
ओ तेरा कीर्तन करूँ मैं,
मैने देखा सारा जहाँ,
तुझसा नही कोई दानी,
भक्तों पे किरपा में,
तेरा नही कोई सानी,
तुझे देखूं तो यूँ लगता है,
जैसे तू मेरे साथ चलता है,
कर दे किरपा मेरे बाबा,
तेरा सुमिरन करूँ मैं,
ओ तेरा कीर्तन करूँ मैं।।
Singer – Shubham Maniyar