कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे,
दोहा – संत मारी आत्मा,
और मैं संतन की देह,
रोम रोम में रम रिया प्रभु,
जो बादल मेंह।
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे,
कौन जिनावर जाय,
संतो वाली टोगडी,
अरे साधो वाली टोगडी,
संतो वाली टोगडी ने,
चीतरो लीयो जावे रे हरामी,
चीतरो रे,
टोगडी मत मारे भोला,
साध री रे जियो,
राम सा जियो पीर सा जिओ,
जियो रे भाई जिओ,
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे।।
अरे गाया चाली गोरी रे राम,
बेसिया पीवण जाय,
संतो वाली टोगडी रे,
सामी काकड जावे,
हरामी चितरो रे,
टोगडी मत मारे भोला,
साध री रे जियो,
राम सा जियो पीर सा जिओ,
जियो रे भाई जिओ,
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे।।
हाथ में सोने रो चुट्टियों,
रामदेव धणी आवे,
संतो वाली टोगडी ने,
घेर घेर ने लावे,
हरामी चितरा रे,
टोगडी मत मारे भोला,
साध री रे जियो,
राम सा जियो पीर सा जिओ,
जियो रे भाई जिओ,
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे।।
गांव में जुडीया मे बापजी,
जाट रुपजी बोले,
संतो वाली टोगडी आ,
अमरापुर में बोले,
हरामी चीतरा रे,
टोगडी मत मारे भोला,
साध री रे जियो,
राम सा जियो पीर सा जिओ,
जियो रे भाई जिओ,
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे।।
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे,
कौन जिनावर जाय,
संतो वाली टोगडी,
अरे साधो वाली टोगडी,
संतो वाली टोगडी ने,
चीतरो लीयो जावे रे हरामी,
चीतरो रे,
टोगडी मत मारे भोला,
साध री रे जियो,
राम सा जियो पीर सा जिओ,
जियो रे भाई जिओ,
कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – SHREE DEV ENTERTAINMENT,
(NATHU KUMAWAT)
9121040117