मेरे श्याम का जग दीवाना है,
ये जग का सेठ पुराना है,
भक्तों के सागे सारी रात ये जागे,
कीर्तन का ही तो बहाना है,
दीवाना है,
मेरे श्याम का जग दीवाना है।।
तर्ज – ये चाँद कोई दीवाना है।
तेरे नैन कटीले कजरारे,
है मोर मुकुट तू सिर धारे,
मुस्कान ये तेरी पागल कर डाले,
खुशियों का श्याम ठिकाना है,
दीवाना है,
मेरे श्याम का जग दीवाना है।।
मन मस्त मगन हो जाएगा,
भजनों में तेरे खो जाएगा,
दरबार तुम्हारा बड़ा अलग नजारा,
कहता ये सारा जमाना है,
दीवाना है,
मेरे श्याम का जग दीवाना है।।
है तुमसे बड़ा ना चोर कोई,
मेरा दर्द ना जाने और कोई,
मेरे सपनों में आकर मेरे दिल को चुराया,
राधा का श्याम दीवाना है,
दीवाना है,
मेरे श्याम का जग दीवाना है।।
जिस दिन से तुझको देखा है,
उस दिन से ये मैंने जाना है,
तू मेरे लिए है मैं तेरे लिए हूँ,
लगता है रिश्ता पुराना है,
दीवाना है,
मेरे श्याम का जग दीवाना है।।
मेरे श्याम का जग दीवाना है,
ये जग का सेठ पुराना है,
भक्तों के सागे सारी रात ये जागे,
कीर्तन का ही तो बहाना है,
दीवाना है,
मेरे श्याम का जग दीवाना है।।
Singer – Tatsha Gupta & Pintu Sharma