हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के।।
तेरे चलते शान और शौकत है,
मेरा सबकुछ तेरी बदौलत है,
तेरे चलते शान और शौकत है,
मेरा सबकुछ तेरी बदौलत है,
हम शीश झुकाकर कहते है,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के।।
किस्मत से मुझे दरबार मिला,
जो भूलूँ ना वो प्यार मिला,
किस्मत से मुझे दरबार मिला,
जो भूलूँ ना वो प्यार मिला,
बहते हुए आंसू कहते है,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के।।
जबतक मेरी ये साँसे चले,
तेरा ‘श्याम’ रहे छैया के तले,
जबतक मेरी ये साँसे चले,
तेरा ‘श्याम’ रहे छैया के तले,
हम बड़ी शान से कहते है,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के।।
हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हों गए शेरावाली के,
हम हाथ उठाकर कहते है,
हम हो गए शेरावाली के।।
स्वर – अभिजीत कोहर।