ओ शेरावाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ जोतावाली माँ ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
ज्योति से तेरी माँ जग में उजाला,
ज्योति से तेरी माँ जग में उजाला,
तू ही माता वैष्णो तू ही मात ज्वाला,
ओ शेरोवाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ नैनादेवी माँ ओ कैलादेवी माँ,
तेरी महिमा निराली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
ब्रम्हा ने वेदों में तुमको निहारा,
ब्रम्हा ने वेदों में तुमको निहारा,
नारद की विणा ने तुमको पुकारा,
ओ शेरोवाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ वैष्णोदेवी माँ ओ काँगड़ादेवी माँ,
सारे जग की तू माली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
ध्यानु को धन्य किया भव से उबारा,
ध्यानु को धन्य किया भव से उबारा,
तारा और रुक्मणि का चमका सितारा,
ओ शेरोवाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ कालीदेवी माँ ओ मनसादेवी माँ,
कोई लौटा ना खाली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
‘पागल किशन’ को कहे ये जमाना,
इस पागल को ना मैया भूलाना,
ओ शेरोवाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ झंडेवाली माँ ओ शीतलादेवी माँ,
अबतो भर झोली खाली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
ओ शेरावाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ जोतावाली माँ ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
स्वर – विमल जी दीक्षित (पागल)।