गणपत जी ने सोहे दोय नारी जी गणपत ने

गणपत जी ने सोहे,
दोय नारी जी गणपत ने।।



एक नार प्रभु के जल भर लावे,

एक नार प्रभु के जल भर लावे,
दूजी चरण धूलावण वाली जी,
गणपत ने,
गणपति जी ने सोहे,
दोय नारी जी गणपत ने।।



एक नार प्रभु के बणत रसोई,

एक नार प्रभु के बणत रसोई,
दूजी नार जिमावण वाली,
गणपत ने,
गणपति जी ने सोहे,
दोय नारी जी गणपत ने।।



एक नार प्रभु के सेज बिछावे,

एक नार प्रभु के सेज बिछावे,
दूजी चरण दबा वण वाली जी,
गणपत ने,
गणपति जी ने सोहे,
दोय नारी जी गणपत ने।।



प्रथम पूज्य प्रभु मे पाहे लागू,

गणंपत जी पे जाहू बलहारी जी,
गणपत ने,
गणपति जी ने सोहे,
दोय नारी जी गणपत ने।।



गणपत जी ने सोहे,

दोय नारी जी गणपत ने।।

– भजन प्रेषक & गायक –
ताराचंद साहू
9214785625


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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