तेरा दर तो बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है,
तेरे दर के ही टुकडो पर,
तेरे दर के ही टुकडो पर,
हम सबका गुजारा है,
तेरा दर तों बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है।।
तर्ज – तेरा दर तो हकीकत में।
टूटी हुई कश्ती है,
और दूर किनारा है,
टूटी हुई कश्ती है,
और दूर किनारा है,
अब पार करो नैया,
अब पार करो नैया,
हमें तेरा सहारा है,
तेरा दर तों बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है।।
बिगड़ी हुई तकदीरे,
तेरे द्वार पे बनती है,
बिगड़ी हुई तकदीरे,
तेरे द्वार पे बनती है,
और कोई नही अपना,
और कोई नही अपना,
अब तू तो हमारा है,
तेरा दर तों बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है।।
जब भक्त बुलाते है,
दौड़े चले आते हो,
जब भक्त बुलाते है,
दौड़े चले आते हो,
अब आ जाओ भगवन,
अब आ जाओ भगवन,
हम सबने पुकारा है,
तेरा दर तों बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है।।
आखिर मैं तेरे दर से,
जाये तो कहाँ जाये,
आखिर में तेरे दर से,
जाये तो कहाँ जाये,
तेरे द्वार बिहारी जी,
तेरे द्वार बिहारी जी,
जन्नत का नज़ारा है,
तेरा दर तों बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है।।
तेरा दर तो बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है,
तेरे दर के ही टुकडो पर,
तेरे दर के ही टुकडो पर,
हम सबका गुजारा है,
तेरा दर तों बिहारी जी,
दुखियों का सहारा है।।
Singer : Kunj Bihari Das
hello sir ye bhajan bahut acha hai par is bhajan ki lyrics me thodi si galti hai is bhajan ki 4th kadi me “ab aajao bhagwan” hone ki jagah par ‘ab jao bhagwan’ kisi galti ke karan likh gaya hai nivedan hai please is correct karaye. aapki website aur app ko me bahut pasand karta hu. thanks
बहुत बहुत धन्यवाद आपका आकाश जी, गलती को सुधार दिया गया है