ओ सांवरे नैया लगा दे मेरी पार,
दोहा – तुमसे मेरी ख़ुशी है,
तुमसे ही हमारा गम,
दिल दे दिया है तुमको,
मेरे सांवरे सनम।
दामन छुड़ा के दूर,
ना जाना कभी हमसे,
तुमसे जुदा होकर के,
जी पाएंगे ना हम।
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार,
तेरे भरोसे जीवन मेरा,
मेरे भरोसे परिवार,
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार।।
देखे – सुन सांवरे तेरे ही भरोसे मेरी नाव।
ना पतवार है ना है खिवैया,
कैसे चलेगी जीवन नैया,
डोल रही है बीच भवर में,
डूब ना जाऊं सरकार,
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार।।
हाथ है दो और काम हज़ारों,
मेरे सर का बोझ उतारो,
दीनानाथ दया के सागर,
सुनलो मेरी पुकार,
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार।।
जब जब सितम समय ने ढाये,
नैनो ने मेरे नीर बहाये,
छोड़ दिया है सबने मुझको,
लाके बीच मझधार,
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार।।
ठोकर पे ठोकर है खाई,
थाम ‘बेधड़क’ मेरी कलाई,
देखली सारी दुनियादारी,
अब तेरी है दरकार,
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार।।
ओ सांवरे नैया लगा दे मेरी पार,
तेरे भरोसे जीवन मेरा,
मेरे भरोसे परिवार,
ओ साँवरे नैया लगा दे मेरी पार।।
Singer – Ritika Sharma