Home Blog
श्याम घर आया जी नैन भर आया जी

श्याम घर आया जी नैन भर आया जी

0
श्याम घर आया जी, नैन भर आया जी, आवो जी आवो म्हारा श्याम, स्वागत है आपका।। तर्ज - जे हम तुम चोरी से। बैठो बाबा बैठो, मैं आँगणियों बुहारूँ, नैणा नीर...
हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे लिरिक्स

हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे लिरिक्स

0
हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी, अम्ब विमल मति दे, जग सिरमौर बनाएं भारत, वह बल विक्रम दे, हे हंस वाहिनी ज्ञान दायिनी, अम्ब विमल मति दे।। साहस शील हृदय में भर दे, जीवन...
नव दुर्गा नव रूप ओ दाई आदि शक्ति माता भवानी

नव दुर्गा नव रूप ओ दाई आदि शक्ति माता भवानी

0
नव दुर्गा नव रूप ओ दाई, आदि शक्ति माता भवानी, जग मग लागथे अंजोर, दियना बरत हावे तोर।। ढोले नगाड़ा बाजे तोरे भुवन म, नव दिन के नव रंग...
ऐ मईया चुनरी चढाओ तोला छत्तीसगढ़ी जस गीत

ऐ मईया चुनरी चढाओ तोला छत्तीसगढ़ी जस गीत

0
ऐ मईया चुनरी चढाओ तोला, दाई कइसे मनावव तोला, महामाई बुढीमाई समलाई ओ, तोर रंग म रंग दे मोला, फूल माला चढाओ तोला, ये दाई कइसे मनावव तोला।। तोला मनावव...
रण संग्राम भाया रे बिना सूनो भजन लिरिक्स

रण संग्राम भाया रे बिना सूनो भजन लिरिक्स

0
रण संग्राम भाया रे बिना सूनो, धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।। धरणी रो तेज सूरज बिना सुनो, रेण सुनी एक चांद रे बिना, रण संग्राम भायां रे...
भोम्या जी थांका नाम को लाग्यो उमाओ

भोम्या जी थांका नाम को लाग्यो उमाओ

0
भोम्या जी थांका नाम को, दोहा - भोम्या जी न बंदगी, पसर करूं प्रणाम, दुखड़ा सबका काट बाबा, पुर्ण करज्यो काम। भोम्या जी थांका नाम को, लाग्यो उमाओ जी, थाने भगत...
रूणिचा के मन्दिर माथा टेकन जाना स

रूणिचा के मन्दिर माथा टेकन जाना स

0
रूणिचा के मन्दिर, माथा टेकन जाना स, भगतो बाँध लो सामान, मेला देखन जाना स।। घूम घूम के घूमर घाला, और बजावा चंग, भादवा मे जाई मचावा, मेला मे उड़दग, मंदरिया रे...
थारी चादर लेके आया हूँ बाबा थोड़ा ध्यान धरो

थारी चादर लेके आया हूँ बाबा थोड़ा ध्यान धरो

0
थारी चादर लेके आया हूँ, बाबा थोड़ा ध्यान धरो, मैं हूँ थारो टाबर बाबा, सिर पर म्हारे हाथ धरो।। सच्चे मन सु चादर बाबा, हाथा से बनवाई जी, गोटा लाल...
माई के दुधवा जइसन कोनो मिठाई ना मिली

माई के दुधवा जइसन कोनो मिठाई ना मिली

0
माई के दुधवा जइसन, कोनो मिठाई ना मिली, सब कुछ मिल जाए पर, दुनिया में माई ना मिली।। अइसन दुनिया में की होई, बोझा पेट में लेकर ढोई, दुख में...
फैसला दरबार का सांवले सरकार का मंजूर है लिरिक्स

फैसला दरबार का सांवले सरकार का मंजूर है लिरिक्स

0
फैसला दरबार का, सांवले सरकार का, मंजूर है मंजूर है, मंजूर है मंजूर है।। हमने देखी तेरी अदालत, चलती नहीं किसी की वकालत, ये है दर इन्साफ का, जो हुकुम हो...
error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे